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जयपुर में श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ, आस्था और भक्ति का माहौल
DGDeepak Goyal
Dec 15, 2025 16:15:54
Jaipur, Rajasthan
Anchor-मानसरोवर स्थित वीटी रोड मेला मैदान में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा के पहले दिन आध्यात्मिक आचार्य एवं कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने श्रद्धा, आस्था और विश्वास को लेकर तीखे लेकिन विचारोत्तेजक शब्दों में संदेश दिया। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हिंदू समाज में आस्था तो है, लेकिन कई बार वह सही दिशा में नहीं जाती। लोग जाने-अनजाने अनेक स्थानों पर जाकर मत्था टेक देते हैं, जबकि अपने ईष्ट पर पूर्ण विश्वास नहीं रख पाते। उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां देश के कोने-कोने से चादरें चढ़ाने लाई जाती हैं, हालांकि उन्होंने किसी स्थान का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि जिसे अपने “फादर” यानी भगवान पर विश्वास नहीं होता, वही इस तरह के दिखावे में रुचि रखता है। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि उनके फादर गोविंददेवजी हैं, भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम हैं। ऐसा कोई विघ्न नहीं जिसे भगवान दूर न कर सकें। भगवान एक क्षण में सब कुछ बना भी सकते हैं और मिटा भी सकते हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि जिस स्थान पर वे श्रद्धा प्रकट करने जाते हैं, उसके इतिहास और सच्चाई को भी समझें। अपने ईष्ट पर अटूट विश्वास और अपार निष्ठा ही जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है। उन्होंने कहा कि जिस मानव की अपने ईष्ट में सच्ची निष्ठा होती है, उसे कोई भी बाधा नुकसान नहीं पहुंचा सकती। कथा के दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने हाल की अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का उल्लेख करते हुए एक विशेष धर्म पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में समुद्र तट पर एक यहूदी उत्सव के दौरान गोलीबारी की घटना हुई। वहां न तो किसी धार्मिक स्थल को लेकर विवाद था और न ही कोई हिंदू गतिविधि हो रही थी, इसके बावजूद हिंसा की गई। उन्होंने कहा कि ऐसी मानसिकता में सभी गैर-अन्ययायी काफिर माने जाते हैं। खास बात यह रही कि कथा पंडाल में प्रवेश के लिए माथे पर तिलक अनिवार्य किया गया। जो श्रद्धालु तिलक लगाकर नहीं आए थे, उन्हें प्रवेश द्वार पर ही ‘श्री’, ‘ओम’ और ‘राधे’ अंकित तिलक लगाया गया। organisors के अनुसार करीब 25 प्रतिशत श्रद्धालुओं ने मौके पर तिलक धारण किया। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि तिलक सनातनियों की पहचान है, इसलिए पंडाल में प्रवेश से पहले इसकी जांच के लिए दूत लगाए गए हैं। उन्होंने राजस्थान की धरती को नमन करते हुए इसके गौरवशाली इतिहास, शौर्य और भक्ति परंपरा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजस्थान केवल वीरों की भूमि ही नहीं, बल्कि संतों और भक्तों की पवित्र तपोभूमि भी है। जयपुर में साक्षात गोविंददेवजी विराजमान हैं। कथा के दौरान ठाकुर ने सनातनी बच्चों में आत्मबल बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज बच्चों में आत्मबल की कमी है, वे जल्दी अवसाद में चले जाते हैं और आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों को सत्संग से जोड़ने का आह्वान किया, ताकि वे अपने धर्म और संस्कारों को समझ सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों को केवल सांसारिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि शास्त्र और शस्त्र—दोनों की शिक्षा की आवश्यकता है। समाज बच्चों को धन तो दे रहा है, लेकिन संस्कारों का संतुलन शून्य होता जा रहा है। उन्होंने बच्चों को महाराणा प्रताप की तरह साहसी और आत्मनिर्भर बनाने की बात कही। देवकीनंदन ठाकुर ने तिलक और कलावा को सनातन संस्कृति की पहचान बताते हुए प्रत्येक सनातनी को इसे धारण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह हमारी प्राचीन परंपरा और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है। कथा पंडाल में भक्ति का माहौल उस समय चरम पर पहुंच गया जब देवकीनंदन ठाकुर ने “प्यारो लागे री वृंदावन धाम” भजन प्रस्तुत किया। भजन की स्वर लहरियों से पूरा पंडाल भक्ति रस में डूब गया। श्रद्धालु हाथ उठाकर झूमते, गुनगुनाते और प्रभु प्रेम में लीन नजर आए। अपने प्रवचन के अंत में ठाकुर ने कहा कि जिस देश या प्रदेश का मुखिया धर्मात्मा होता है, वहां की जनता भी धर्म की ओर अग्रसर होती है, जबकि क्रूर नेतृत्व समाज को भी उसी दिशा में ले जाता है।
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ATAlok Tripathi
Dec 15, 2025 17:59:04
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Dec 15, 2025 17:54:25
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RKRakesh Kumar Bhardwaj
Dec 15, 2025 17:47:45
Jodhpur, Rajasthan:जोधपुर-- राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा प्रत्येक माह दो शनिवार को कार्यदिवस घोषित किए जाने के फुल कोर्ट के निर्णय के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन एवं एडवोकेट्स एसोसिएशन, जोधपुर ने कड़ा विरोध जताया है। दोनों बार एसोसिएशनों के अध्यक्ष आनंद पुरोहित और रतना राम ठोलिया ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा को पत्र लिखकर इस निर्णय को एकतरफा, मनमाना और अधिवक्ताओं की समस्याओं के प्रति असंवेदनशील बताया है। पत्र में कहा गया कि न्याय व्यवस्था में बार और बेंच दो अहम पहिए हैं, लेकिन बार से परामर्श किए बिना लिया गया यह निर्णय अनुचित है। अधिवक्ताओं पर पहले से न्यायालयीन कार्य, ड्राफ्टिंग, क्लाइंट प्रबंधन और सामाजिक दायित्वों का दबाव है। शनिवार को कार्यदिवस से उनके पारिवारिक, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ेगा। बार का मत है कि इससे न्याय की गुणवत्ता प्रभावित होगी। बार ने निर्णय तत्काल वापस लेने की मांग की है।
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NTNagendra Tripathi
Dec 15, 2025 17:47:08
Gorakhpur, Uttar Pradesh:गोरखपुर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। छावनी–पिपराइच रेलमार्ग पर एक 40 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। नंदानगर स्थित नेताजी डिफेंस एकेडमी सैनिक विहार के पास की सोमवार की सुबह एम्स थाना क्षेत्र के झरना टोला चौकी प्रभारी अतुल तिवारी को रेलवे ट्रैक पर शव पड़े होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त का प्रयास किया लेकिन अब तक पहचान नहीं हो सकी है। फिलहाल मृतक के शरीर पर चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं। पुलिस के अनुसार मृतक संभवतः ट्रेन यात्री था और चलती ट्रेन से गिरने के कारण यह हादसा होने की सम्भावना जता रही है। मृतक ने चेकदार शर्ट और नीली पैंट पहन रखी थी। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस शिनाख्त के प्रयास में जुटी हुई है। ट्रेन में यात्री के साथ कोई अप्रिय घटना हुई या हादसा पुलिस इन सभी कारणों की जांच में जुटी हुई है। मामला एम्स थाना क्षेत्र के छावनी–पिपराइच रेलमार्ग का है।
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MKMANTUN KUMAR ROY
Dec 15, 2025 17:46:48
Bihar:बैंक ऑफ महाराष्ट्र लूटकांड मामले में एक लाख का इनामी बदमाश 7 लाख के आभूषण के साथ गिरफ्तार ।घटना को अंजाम देने के बाद हो गया था मुंबई फरार । समस्तीपुर नगर थाना क्षेत्र के काशीपुर में बीते 7 मई को हुए बहुचर्चित बैंक ऑफ महाराष्ट्र लूटकांड मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ के सहयोग से नगर पुलिस ने इस कांड के एक इनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर पहले से ही एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान पटोरी थाना क्षेत्र के उत्तरी धमौन निवासी यदुवंश राय के पुत्र बैजनाथ राय के रूप में की गई है। पुलिस ने आरोपी के पास से करीब 65 ग्राम सोने के आभूषण बरामद किए हैं, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 7 लाख रुपये बतायी जा रही है। इसको लेकर प्रभारी एसपी संजय कुमार पांडेय ने सोमवार को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र लूटकांड की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी बैजनाथ राय मुंबई फरार हो गया था। रविवार को वह लूट में मिले अपने हिस्से के आभूषणों को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से मुंबई से अपने घर आया था। इसी दौरान नगर थाना पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से एक पीस सोने का हार, एक पीस सोने का चेन, एक पीस सोने का मंगलसूत्र, चार पीस सोने की चूड़ियां और दो पीस सोने के झुमके बरामद किए। सभी आभूषणों का कुल वजन 65 ग्राम बताया गया है। प्रभारी एसपी ने बताया कि इस लूटकांड में अब तक कुल 15 बदमाशों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, अब तक 3 किलो 485 ग्राम 186 मिलीग्राम सोने के आभूषण बरामद किए जा चुके हैं, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 3 करोड़ 85 लाख रुपये है। इसके अलावा पुलिस ने इस मामले में 2 लाख 19 हजार 200 रुपये नकद भी जब्त किए हैं। उन्होंने बताया कि इस बड़े लूटकांड के शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जारी है और जल्द ही अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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KKKamal Kumar
Dec 15, 2025 17:46:24
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NTNagendra Tripathi
Dec 15, 2025 17:46:10
Gorakhpur, Uttar Pradesh:गोरखपुर के करमैनीघाट पुल के पास दोपहर में भूख से परेशान एक बुजुर्ग ने राप्ती नदी में कूदकर आत्महत्या की कोशिश की, पर नाविक संदीप ने तेजी से नाव दौड़ाकर बुजुर्ग को बचा लिया। सूचना मिलने पर करमैनी चौकी पुलिस मौके पर पहुंची. बुजुर्ग ने बताया कि वह 15 वर्षों से बहन के घर पर रहते हैं, उनके पास घर नहीं है और उनकी शादी भी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि उनकी सारी संपत्ति अपनी बहन के नाम लिख दी है और समय पर भोजन नहीं मिलने से भूख और उपेक्षा के कारण उन्होंने यह कदम उठाया। नाविक संदीप ने बुजुर्ग को सुरक्षित बाहर निकाला। घटना के बाद लोग उनकी बहादुरी की सराहना कर रहे हैं और सामाजिक-प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
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AMALI MUKTA
Dec 15, 2025 17:45:56
Gohara Marufpur, Uttar Pradesh: Kaushambi जिले में अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के दौरान ट्रक चालक ने खान निरीक्षक शत्रुघ्न सिंह की गाड़ी में टक्कर मारकर फरार होने की कोशिश की, जिसे पुलिस की तत्परता से गिरफ्तार कर लिया गया। कोखराज थाने में खान निरीक्षक के अनुसार वह अपने साथियों के साथ परसरा और रोही पुल के बीच अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के लिए वाहन चेकिंग कर रहे थे। परसरा की ओर से आ रहे ट्रक को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक ने जान से मारने की नीयत से गाड़ी टक्कर दी और कोखराज टोल की ओर भाग गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने ट्रक को गोल्डन ढाबा टोल के पास रोक लिया और चालक को हिरासत में लेकर थाने लाया। आरोपी की पहचान सूरज कुमार पुत्र रमेश कुमार निवासी बरिबोझ प्रयागराज के रूप में की गई है। ट्रक को मोटर वाहन अधिनियम के तहत सीज किया गया, और विधिक कार्यवाही के बाद आरोपी को न्यायालय भेजा गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान ऐसी घटनाओं से प्रशासन की चुनौती स्पष्ट होती है, पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा हादसा टल गया।
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RKRakesh Kumar Bhardwaj
Dec 15, 2025 17:45:44
Jodhpur, Rajasthan:जोधपुर—राजस्थान हाईकोर्ट ने नागौर जिले के एक करीब चार दशक पुराने आपराधिक मामले में दोषियों की सजा बढ़ाने की राज्य सरकार और परिवादी की मांग को खारिज कर दिया है। जस्टिस फरजंद अली की एकलपीठ ने स्पष्ट किया कि ट्रायल कोर्ट द्वारा दी गई सजा कानूनसम्मत है और उसमें हस्तक्षेप का कोई ठोस आधार नहीं बनता। यह मामला वर्ष 1985 में दर्ज हुआ था। परिवादी अजीज अली ने आरोप लगाया था कि अभियुक्त चंद्र अवतार और अब्दुल सलीम ने उसे विदेश भेजने, पासपोर्ट और वीजा बनवाने का झांसा देकर 13 हजार रुपये की ठगी की। एफआईआर में यह भी कहा गया था कि इसी तरह 13 अन्य लोगों से भी रकम वसूली गई, लेकिन न तो विदेश भेजा गया और न ही पैसा लौटाया गया। कुछ आरोपों में जबरन धन व सामान लेने की बात भी सामने आई थी। पुलिस जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 392, 120-बी, 467, 468 और 471 के तहत चालान पेश किया गया। ट्रायल के दौरान अभियोजन ने 26 गवाहों के बयान और दस्तावेज पेश کیے। सुनवाई के बाद अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, नागौर ने 8 नवंबर 1988 को फैसला सुनाते हुए कुछ गंभीर धाराओं से आरोपियों को बरी किया, जबकि कुछ धाराओं में दोषसिद्ध ठहराया। अदालत ने अब्दुल सलीम को धोखाधड़ी और दस्तावेजी अपराधों में विभिन्न अवधियों के कारावास व जुर्माने की सजा दी, जबकि चंद्र अवतार को आपराधिक साजिश सहित धोखाधड़ी के मामले में तीन वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई। साथ ही हिरासत में बिताई अवधि का लाभ भी दिया गया। सजा को अपर्याप्त बताते हुए राज्य सरकार ने 1993 में अपील और परिवादी ने पुनरीक्षण याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने दोनों याचिकाएं खारिज करते हुए कहा कि सजा निर्धारण ट्रायल कोर्ट का विवेकाधीन अधिकार है और जब तक सजा अत्यंत कम या कानून के विरुद्ध न हो, उसमें दखल नहीं दिया जा सकता। कोर्ट ने निचली अदालत का फैसला बरकरार रखते हुए रिकॉर्ड वापस भेजने के आदेश दिए।
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